शुक्रवार, 28 मार्च 2025

पहाड़ की चोटी पर पहुंचने का सपना


एक छोटे से गाँव में, राहुल नाम का एक लड़का रहता था। राहुल को पहाड़ों से बहुत प्यार था। वह हमेशा ऊँचे पहाड़ों को देखता और सोचता, "काश, मैं भी इन पहाड़ों की चोटी पर पहुँच पाता।"

गाँव के पास ही एक बहुत ऊँचा पहाड़ था, जिसकी चोटी बादलों से ढकी रहती थी। गाँव के लोग कहते थे कि उस पहाड़ की चोटी पर पहुँचना बहुत मुश्किल है, और कोई भी आज तक वहाँ नहीं पहुँच पाया है। लेकिन राहुल ने हार नहीं मानी। उसने ठान लिया कि वह एक दिन उस पहाड़ की चोटी पर ज़रूर पहुँचेगा।
राहुल ने पहाड़ पर चढ़ने की तैयारी शुरू कर दी। उसने रोज़ाना दौड़ना शुरू किया, ताकि उसके पैर मज़बूत हो सकें। उसने पहाड़ों पर चढ़ने के लिए ज़रूरी सामान इकट्ठा किया, जैसे कि रस्सी, कुल्हाड़ी और पानी।
एक दिन, राहुल ने पहाड़ पर चढ़ना शुरू किया। शुरुआत में, उसे थोड़ी दिक्कत हुई, लेकिन उसने हार नहीं मानी। वह धीरे-धीरे आगे बढ़ता रहा। रास्ते में कई बार उसे थकान महसूस हुई, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी।
कई दिनों तक लगातार चढ़ने के बाद, राहुल आखिरकार पहाड़ की चोटी पर पहुँच गया। जब उसने चोटी से नीचे देखा, तो उसे पूरा गाँव एक छोटे से खिलौने की तरह दिखाई दिया। राहुल को बहुत खुशी हुई। उसे एहसास हुआ कि अगर हम मेहनत और लगन से काम करें, तो हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं।
जब राहुल गाँव वापस आया, तो गाँव के लोगों ने उसका स्वागत किया। उन्होंने राहुल की हिम्मत और लगन की तारीफ की। राहुल ने उन्हें बताया कि पहाड़ की चोटी पर पहुँचना मुश्किल ज़रूर था, लेकिन नामुमकिन नहीं।
सीख:
 * कभी भी अपने सपनों को छोटा मत समझो।
 * मेहनत और लगन से हर मुश्किल काम को आसान बनाया जा सकता है।
 * हार मत मानो, और हमेशा आगे बढ़ते रहो।
 * अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखो।

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