
‘पंचायत-3’ की कहानी (Panchayat Season 3 review)
पंचायत के तीसरे सीजन की शुरुआत वहीं से होती है जहां से ‘पंचायत 2’ की कहानी खतम हुई थी। फुलेरा के पंचायत सचिव अभिषेक त्रिपाठी का तबादला हो जाता है और वह शहर पहुंच जाते हैं। सचिव के जाने की वजह से प्रधान जी (बृजभूषण दुबे), प्रहलाद और विकास परेशान हो जाते हैं। नए सचिव को जॉइन करने नहीं देते हैं। ये लोग डीएम मैडम पर प्रेशर डालते हैं ताकि वह पंचायत सचिव अभिषेक त्रिपाठी का तबादला रोक दें। प्रधान जी और विकास की चालाकी की वजह से डीएम मैडम से मंजू देवी को डांट पड़ जाती है और फिर विधायक चंद्र किशोर सिंह (पंकज झा) उनके पीछे हाथ धोकर पड़ जाता है। भूषण और क्रांति देवी इस बात का फायदा उठाते हैं और विधायक की मदद से प्रधान जी पर हावी होने की कोशिश करते हैं।
फुलेरा गांव में आएगा नया सचिव
फुलेरा गांव में नए सचिव के रूप में एक्टर विनोद सूर्यवंशी नजर आएंगे।उनका स्क्रीन स्पेस थोड़ा कम है लेकिन जितने समय तक वह सीरीज में नजर आते हैं, वह लोगों को हंसाने में सफल साबित होते हैं। खुद को विधायक का खास बताने वाले इस नए सचिव की एक भी नहीं चलती है और उन्हें गांव से वापस लौटना पड़ता है। फुलेरा को नया सचिव नहीं मिल पाता है और अभिषेक की गांव में वापसी होती है। उनकी वापसी के साथ ही, फिर से फुलेरा में उनके सामने नई-नई चुनौतियां सामने आने लगती है। सचिव जी की वापसी न सिर्फ प्रधान जी, विकास और प्रहलाद खुश होते हैं, बल्कि रिंकी को भी उतनी ही खुशी होती है। इस सीजन में रिंकी और सचिव जी की लव केमिस्ट्री भी देखने को मिलती है। इस बार भूषण के किरदार में दुर्गेश कुमार का नया अवतार भी देखने को मिलेगा। इस बार फुलेरा गांव में जबरदस्त हंगामा मचता दिखाई पड़ता है, क्योंकि पंचायत चुनाव भी सिर पर है।
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जितेंद्र कुमार हैं वेब सीरीज की जान
पंचायत सचिव अभिषेक त्रिपाठी का किरदार निभाने वाले जितेंद्र कुमार इस पूरी वेब सीरीज की जान हैं। पहले दो सीजन में जहां उन्होंने लोगों का दिल खुश कर दिया था, वहीं तीसरे सीजन में उन्होंने निराश किया है। ‘पंचायत-1’ और ‘पंचायत-2’ के मुकाबले ‘पंचायत-3’ में वह फीके पड़ते नजर आए। प्रधान जी का किरदार निभाने वाले रघुवीर यादव और पंचायत सचिव सहायक विकास का रोल प्ले करने वाले चंदन रॉय भी लोगों को एंटरटेन करने में कहीं न कहीं चूक गए। ऐसा इसलिए क्योंकि पहले दो सीजन में इन तीनों के डायलॉग्स और पंचलाइन काफी मजेदार थी, वहीं तीसरे सीजन में न तो इनके डायलॉग्स दमदार हैं और न ही इन तीनों ने कोई अच्छी पंचलाइन मारी है।
दर्शकों को ‘पंचायत 4’ का रहेगा इंतजार
‘पंचायत सीजन 3’ के पहले दो एपिसोड थोड़े उबाऊ लगते हैं। तीसरे एपिसोड से जैसे ही कहानी रफ्तार पकड़ती है तभी मजा आने लगता है। पहले सीजन में आपको हंसाया गया, दूसरे सीजन में आपको रुलाया गया, तीसरे सीजन में आपसी मतभेद, लड़ाई-झगड़ा और खूनखराबा तक दिखाया गया। ‘पंचायत 3’ का अंत एक बड़े सवाल के साथ होता है जिसके जवाब के लिए दर्शकों को चौथे सीजन का इंतजार करना होगा।
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